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PM मोदी सिर्फ दिखावा कर रहे हैं

लाल बहादुर शास्त्री ने दिया था, मोदी-शाह को भी देना चाहिए इस्तीफा: सुब्रमण्यम स्वामी
News

2025-06-14 14:27:16

नई दिल्ली। गुरुवार को अहमदाबाद में एयर इंडिया का विमान कैसे क्रैश हुआ? क्या विमान में कोई तकनीकी खराबी आई थी या फिर कोई और वजह थी, इसकी जांच शुरू हो गई है। शायद इस जांच के बाद सामने आएगा कि 275 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन है?

नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू के मुताबिक कि यह जांच संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी इंटरनेशनल सिविल एविएशन आॅर्गनाइजेशन द्वारा निर्धारित अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के अनुसार की जा रही है। इस जांच एजेंसी के पास बिना किसी की रोक-टोक के इंवेस्टिगेशन करने की आॅथोरिटी है। ये समिति विमानन सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी कदमों पर एक विस्तृत रिपोर्ट सरकार को देगी।

वहीं इस मामले में बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी का गुस्सा फूटा है। उन्होंने इस हादसे को लेकर पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और उड्डयन मंत्री नायडू से इस्तीफा मांग लिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए लिखा कि 1950 के दशक में जब रेल पटरी से उतर गई थी, तब लाल बहादुर शास्त्री ने इस्तीफा दे दिया था। उसी नैतिकता के आधार पर मैं प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और नागरिक उड्डयन मंत्री नायडू से इस्तीफा देने की मांग करता हूं ताकि स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच हो सके। मोदी और उनके साथी अब तक जो कुछ भी कर रहे हैं, वह सिर्फ दिखावा है, जिसे रोकना होगा।

वहीं शिवसेना यूबीटी सांसद संजय राउत ने इस विमान हादसे पर केंद्र सरकार से पूछा कि इस हादसे के लिए कोई जिम्मेदार है या नहीं? या फिर वे बस यह कहकर चुप रहेंगे कि यह एक हादसा है? संजय राउत ने कहा कि अमित शाह वहां गए। उन्होंने कहा कि यह एक हादसा है। कहते है हम इसे टाल नहीं सकते। अगर वे इसे टाल नहीं सकते तो फिर सरकार में क्यों हैं? अगर सरकार की कोई जिम्मेदारी नहीं है तो फिर सरकार किस लिए बैठी है? 265 लोग मर गए। 265 लोगों की जान चली गई। इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा?

संजय राउत ने आगे कहा कि पहलगाम में हमला होता है। रेलवे में दुर्घटनाएं होती हैं। मणिपुर जल रहा है। इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं ली जा रही है। यह बहुत दुखद दुर्घटना है। यह बहुत दुखद है कि यह दुर्घटना उस विमान में होती है जिसे सबसे सुरक्षित माना जाता है।

मोदी-संघी संस्कृति की सरकार हमेशा अपनी जिम्मेदारी से बचती नजर आयी है। जब पुलवामा में 44 जवानों की हत्या हुई थी तो सरकार ने तब भी कोई जिम्मेदारी नहीं ली सिर्फ जनता को जांच का आश्वासन दिया। उस जांच का आजतक जनता के सामने कोई परिणाम सामने नहीं आया है। और शायद न आयेगा। इसके बाद पहलगांव आंतकी घटना हुई जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या कर दी गयी। मोदी ने इस घटना पर भी दिखावे मात्र के लिए औपचारिकता दिखाई और बिहार में वे चुनावी रैली में व्यस्त नजर आये। यहां पर भी बस जांच ही चल रही है। इस जांच का परिणाम कब आयेगा किसी को कुछ नहीं पता चूंकि मोदी-संघी सरकार में आजतक जितने भी बड़े हमले हुए हैं उन सभी की जांच के परिणाम आजतक जनता के सामने नहीं आये हैं। यहां तक की भाजपा संघी मंत्री और नेता अगर कोई अनैतिक व अमर्यादापूर्ण वक्तव्य देता है तो मोदी-संघी सरकार उसपर भी कोई कार्रवाई नहीं करती बल्कि उसे भी जांच के नाम पर ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। संघियों की शुरु से षड्यंत्रकारी नीति रही है कि जनता को जितना उलझाकर रखोगे उतनी ही संघी सरकार सुरक्षित रहेगी। आज मोदी-संघी सरकार ने देश की प्रतिष्ठा को वैश्विक स्तर पर गहरी छति पहुंचाई है मगर सरकार में बैठे प्रधानमंत्री, गृहमंत्री व रक्षामंत्री आदि में कोई शर्म का भाव नहीं दिखता है। संघि मानसिकता के सभी अंधभक्त जोर-जोर से ढोल पीट रहे हैं कि मोदी का विश्व में डंका बज रहा है। जबकि सारे देश और विश्व ने देखा कि पहलगांव की घटना के बाद पाकिस्तान युद्ध में भारत के पड़ोसी देश भी उसके साथ खड़े नजर नहीं आये। जबकि पाकिस्तान के साथ मोदी के कई कथित मित्र देश खड़े नजर आये।

धीरेंद्र शास्त्री ने प्लेन क्रैश की पर्ची क्यों नहीं निकाली: नेहा सिंह राठौर

लोक गायिका नेहा सिंह राठौर ने अहमदाबाद प्लेन क्रैश हादसे को लेकर तमाम ट्वीट किए हैं। कोई भी घटना हो और नेहा सिंह राठौर सरकार से सवाल जरूर पूंछती हैं, लेकिन इस बार उन्होंने बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री पर भी निशाना साधा है। तमाम ट्वीट में नेहा ने पीएम मोदी पर भी सवाल उठाये हैं। इसके साथ ही नेहा ने एयर इंडिया प्लेन क्रैश को एक्ट आॅफ फ्रॉड बताया है। धीरेंद्र शास्त्री की तस्वीर शेयर करते हुए नेहा सिंह राठौर ने लिखा कि इस देश की जनता ने कैसे-कैसे लोगों को सिर पर बिठा रखा है? इन्होंने प्लेन क्रैश की पर्ची क्यों नहीं निकाली? देश में करोड़ों लोग इन्हें चमत्कारी बाबा मानते हैं और ये प्रधानमंत्री जी के भी प्रिय हैं। देश का मीडिया इनके मुंह में माइक ठूंसकर सवाल कब पूछेगा? एक और ट्वीट में नेहा ने लिखा कि पर्ची निकालने और भविष्य बताने वाले बाबाओं ने विमान दुर्घटना के बारे में पहले क्यों नहीं बताया? अगर ये सच में भविष्य बता सकते हैं, फिर भी देशवासियों की जान नहीं बचाई तो ये इंसानियत के दुश्मन हैं। अगर ये भविष्य नहीं बता सकते और झूठा दावा करते हैं तो ये ठग हैं। ये क्या हैं? इसके अवाला नेहा ने पीएम मोदी की घटनास्थल का दौरा करते हुए तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है, एयर इंडिया टाटा को दे दिया और अहमदाबाद एयरपोर्ट अडानी को दे दिया। अब देश को इस्तीफा भी दे दीजिए।

उन्होंने लिखा कि एयर इंडिया विमान दुर्घटना ‘एक्ट आॅफ फ्रॉड’ है जिसे ‘एक्ट आॅफ गॉड’ बताया जा रहा है। ये विमान दुर्घटना पत्रकारिता का लिटमस टेस्ट साबित होगी। देखना है कितने पत्रकार सत्ता के मुंह में माइक ठूंस पाते हैं। एक ट्वीट में लोक गायिका ने लिखा, दुर्घटनाग्रस्त विमान एयर इंडिया का था और एयर इंडिया कुछ साल पहले टाटा ग्रुप को बेचा जा चुका है। अहमदाबाद एयरपोर्ट के संचालन और प्रबंधन की जिम्मेदारी पिछले कुछ सालों से अडानी ग्रुप के पास है। ये प्लेन क्रैश निजीकरण का भीषण दुष्परिणाम है। लेकिन देश भर के सरकारी बाबा और गोदी मीडिया इसे भगवान की मर्जी बताने की कोशिश करेंगे। इस दुर्घटना की ईमानदार जाँच की उम्मीद करने वालों के लिए मेरे मन में सिर्फ़ दु:ख है।

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01 जनवरी : मूलनिवासी शौर्य दिवस (भीमा कोरेगांव-पुणे) (1818)

01 जनवरी : राष्ट्रपिता ज्योतिबा फुले और राष्ट्रमाता सावित्री बाई फुले द्वारा प्रथम भारतीय पाठशाला प्रारंभ (1848)

01 जनवरी : बाबा साहेब अम्बेडकर द्वारा ‘द अनटचैबिल्स’ नामक पुस्तक का प्रकाशन (1948)

01 जनवरी : मण्डल आयोग का गठन (1979)

02 जनवरी : गुरु कबीर स्मृति दिवस (1476)

03 जनवरी : राष्ट्रमाता सावित्रीबाई फुले जयंती दिवस (1831)

06 जनवरी : बाबू हरदास एल. एन. जयंती (1904)

08 जनवरी : विश्व बौद्ध ध्वज दिवस (1891)

09 जनवरी : प्रथम मुस्लिम महिला शिक्षिका फातिमा शेख जन्म दिवस (1831)

12 जनवरी : राजमाता जिजाऊ जयंती दिवस (1598)

12 जनवरी : बाबू हरदास एल. एन. स्मृति दिवस (1939)

12 जनवरी : उस्मानिया यूनिवर्सिटी, हैदराबाद ने बाबा साहेब को डी.लिट. की उपाधि प्रदान की (1953)

12 जनवरी : चंद्रिका प्रसाद जिज्ञासु परिनिर्वाण दिवस (1972)

13 जनवरी : तिलका मांझी शाहदत दिवस (1785)

14 जनवरी : सर मंगूराम मंगोलिया जन्म दिवस (1886)

15 जनवरी : बहन कुमारी मायावती जयंती दिवस (1956)

18 जनवरी : अब्दुल कय्यूम अंसारी स्मृति दिवस (1973)

18 जनवरी : बाबासाहेब द्वारा राणाडे, गांधी व जिन्ना पर प्रवचन (1943)

23 जनवरी : अहमदाबाद में डॉ. अम्बेडकर ने शांतिपूर्ण मार्च निकालकर सभा को संबोधित किया (1938)

24 जनवरी : राजर्षि छत्रपति साहूजी महाराज द्वारा प्राथमिक शिक्षा को मुफ्त व अनिवार्य करने का आदेश (1917)

24 जनवरी : कर्पूरी ठाकुर जयंती दिवस (1924)

26 जनवरी : गणतंत्र दिवस (1950)

27 जनवरी : डॉ. अम्बेडकर का साउथ बरो कमीशन के सामने साक्षात्कार (1919)

29 जनवरी : महाप्राण जोगेन्द्रनाथ मण्डल जयंती दिवस (1904)

30 जनवरी : सत्यनारायण गोयनका का जन्मदिवस (1924)

31 जनवरी : डॉ. अम्बेडकर द्वारा आंदोलन के मुखपत्र ‘‘मूकनायक’’ का प्रारम्भ (1920)

2024-01-13 16:38:05